दुनिया की सबसे महंगी घड़ियों में रोलेक्स घड़ी को भी गिना जाता है। मगर रोलेक्स की घड़ियों की कीमत मॉडल के आधार पर हमेशा घटती बढ़ती रहती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि कोई भी प्रोडक्ट हर कंपनी अपग्रेड करती है जिसके बाद प्रोडक्ट का रेट महंगा या सस्ता कर दिया जाता है। 

रोलेक्स घड़ी की शुरुआती सबसे कम कीमत या प्राइस

फिलहाल रोलेक्स घड़ी शुरुआती कीमत की बात करें तो यह आदमियों के लिए Rs. 392100 INR रुपयों की आती है, और इस घड़ी के मॉडल का नाम एयर किंग है।

अगर लेडीज घड़ी की बात करें तो इस घड़ी की शुरुआती कीमत Rs. 312000 INR रुपए है और इस घड़ी का मॉडल नंबर: ओएस्टर पेर्पेतुअल है।

रोलेक्स कंपनी और घड़ी के बारे में खास बातें

रोलेक्स घड़ी की कारीगिरी बहुत ही खास होती है, क्योंकि रोलेक्स की घड़ियां कोई मामूली घड़ी नहीं होती हैं। यही वजह है के रोलेक्स की घड़ियां इतनी महंगी होती है। रोलेक्स कंपनी ने प्रोडक्शन के लिए खुद के रीचर्स और डेवलपमेंट लैब बना रखे हैं और इन्हीं लैब में रोलेक्स की घड़ियां तैयार की जाती हैं।

रोलेक्स कंपनी के लैब में घड़ियों को बहुत ही बारीकी से जांचा जाता है, टेस्टिंग करने के बाद ही घड़ियां बैची जाती हैं। रोलेक्स घड़ी की टेस्टिंग बहुत ही बारीकी से की जाती है, इस तरह की टैस्टिंग दुनिया की कोई भी घड़ी कंपनी नहीं करती है।

रोलेक्स की जितनी भी घड़ियां हैं वह पूरी तरह से “मैकेनिकल या मशीनरी” घड़ियां हैं। कंपनी ने खुद दावा किया है के रोलेक्स जैसी घड़ियां बनाना कोई मामूली बात नहीं है, इसलिए इन घड़ियों की कीमत बहुत ज्यादा है।

रोलेक्स घड़ी के पुर्जे इतने छोटे होते हैं के इनकी गिनती करना भी बहुत मुश्किल है। इन पार्ट्स को बहुत सावधानी से लगाया जाता है, क्योंकि ये बहुत छोटे हैं और थोड़ी सी गलती से खराब भी हो सकते हैं। 

रोलेक्स घड़ी के अंतिम चरण में पुर्जों को ज्यादातर हाथों से फिट किया जाता है। रोलेक्स घड़ी में बहुत महंगा मैटीरियल इस्तेमाल किया जाता है, जिसकी वजह से रोलेक्स घड़ी की कीमत महंगी हो जाती है।

रोलेक्स घड़ी को 940 एल स्टील मैटेरियल से बनाया जाता है और यह स्टील काफी महंगा होता है। जिन घड़ियां को आप बाजार में देखते हैं उन्हें 316 एल स्टील से बनाया जाता है और उन घड़ियों की कीमत कम होती है।

रोलेक्स घड़ी में जिन नंबरों को आप देखते हैं उन्हें महंगे कांच से तैयार किया जाता है। इस कांच में चीन की खाश मिट्टी को भी मिलाया जाता है। रोलेक्स की खाश बात यह भी है के इसमें सोने और चांदी के पुर्जो को बनाकर उन्हें उनकी जगह पर फिट किया जाता है।

रोलेक्स घड़ी का निर्माण स्विटजरलैंड देश में किया जाता है। रोलेक्स कंपनी के वर्करों की सैलरी बहुत ज्यादा होती है, जिसकी वजह से घड़ियां महंगी होती हैं। रोलेक्स कंपनी हर साल आठ से दस लाख घड़ियों को तैयार करती है।

Author Profile

Manish Sagar
Manish SagarManish Sagar (Saurabh)
I am Manish Sagar BA graduate and I share my knowledge in Arabic, Hindi, French and English language on this website. Some of my favorite topics are like: Prayer, What, Why and How, Relationship, Husband Wife, Blogging and Lifestyle.